भगवद गीता के सारे अध्याय का सार सिर्फ
एक लाइन में नीचे दिया गया है। भगवद गीता
के सारे अध्याय के सार को समझे और अपने
जीवन में उतारे। जय श्री कृष्ण।
अध्याय 1:-
गलत समझ ही सारे दुखों की जड़ है।
अध्याय 2 :-
सच्चे ज्ञान से ही दुविधाओं का समाधान होता है।
अध्याय 3 :-
निस्वार्थता ही विकास और समृद्धि का मार्ग है।
अध्याय 4 :-
प्रत्येक कार्य अपने आप में एक प्रार्थना है।
अध्याय 6 :-
प्रतिदिन उच्च चेतना के साथ मन लगाकर संलग्न रहें।
अध्याय 7 :-
आप जो शिखे है उसका पालन करे।
अध्याय 8 :-
निरंतरता के साथ अपने प्रयास जारी रखें।
अध्याय 9 :-
आप पर बरसी हुई कृपाओं के लिए उनकी कृपा
को समझिए।
अध्याय 10 :-
अपने चारों ओर आध्यात्मिकता को महसूस करें।
अध्याय 11 :-
सत्य को जानने के लिए पर्याप्त समर्पण करें।
अध्याय 12 :-
मन को ईश्वर में लगाये रखें।
अध्याय 13 :-
अपने को माया से अलग करके निश्चलता से
एक हो जाओ।
अध्याय 14 :-
अपने जीवन के लक्ष्यों के अनुसार अपनी जीवन
शैली रखें।
अध्याय 15 :-
अध्यात्म को प्रधानता दें।
अध्याय 16 :-
स्वस्थ होना अपने आप में एक पुरस्कार है।
अध्याय 17 :-
जो पसंद है उसके बजाय जो सच है उसे स्वीकार
करना ही असली ताकत है।
अध्याय 18 :-
आत्मा को परमात्मा से जोड़ दे
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