नमस्ते दोस्तो में आपको इस ब्लॉग में इंडिया के टॉप मंदिरों की जानकारी और मंदिर कहापे स्तिथ है इसकी जानकारी दूंगा जो नीचे बताई गई है और जानकारी के लिए हमारे पेज को फॉलो करना ना भूले

श्री सोमनाथ मंदिर 
सोमनाथ मंदिर भारत के टॉप मंदिरों में से एक है यह मंदिर भारत के गुजरात में सौराष्ट्र के वेरावल के बन्दरगाह में स्थित है सोमनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है 12 ज्योतिर्लिंग में पहला ज्योतिर्लिंग माना जाता है यह मंदिर इंडिया में सुप्रसिद्ध मंदिर है सोमनाथ महादेव मंदिर के बाजूमे एक समुद्र है ऐसा माना जाता है की मंदिर से अंटार्कटिका तक एक सीधी रेखा में कोई भूमि नही आती है| सोमनाथ को वास्तुकला का बेस्ट नमूना माना जाता है।


 श्री जगनाथ पूरी
श्री जगनाथ मंदिर भारत के सुप्रसिद्ध मंदिर में से एक मंदिर माना जाता है। यह मंदिर इंडिया के ओडिशा के बालि शाही में पूरी में स्थित है। यह मंदिर भगवान जगानाथ, सुब्द्रजी, बलभद्र को समर्पित है । यह मंदिर की विशेषता यह है की मंदिर का ध्वज हवा के विपरीत दिशा में लहराता है। इस मंदिर की मूर्तियों की भी विशेषता ये है मंदिर के शिखर के ऊपर से न कोई पक्षी उड़ के नही जाता है। और आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन भगवान जगानाथ की रथयात्रा निकलती है। जिसमे हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिऐ आते है।और जानकारी के लिए पेज को फॉलो करे




श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर

श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर भारत के टॉप मंदिरों में से एक है
यह मंदिर भारत के  केरला के वेस्ट नाडा, फोर्ट, ईस्ट फोर्ट, पंजवागड़ी, तिरुवंतपुरम में स्थित है। यह मंदिर में भगवान विष्णु को समर्पित है । यह मंदिर की विशेषता यह है की मंदिर में भगवान श्री तिरुपति बालाजी की मूर्ति में भगवान बालाजी के बाल है और वह मूर्ति को पसीना भी आता है यह मूर्ति दिखने में ऐसी है की जैसे भगवान विष्णु स्वयं वहा बिराजमान है। और मंदिर के रहस्य भी बोहोत सारे है इन रहस्यो में से ऐक रहस्य यह है की जब मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश करेंगे तो ऐसा लगेगा कि भगवान श्री वेंकेटेश्वर की मूर्ति गर्भ गृह के मध्य में है। लेकिन आप जैसे ही गर्भगृह के बाहर आएंगे तो चौंक जाएंगे क्योंकि बाहर आकर ऐसा प्रतीत होता है कि भगवान की प्रतिमा दाहिनी तरफ स्थित है। अब यह सिर्फ भ्रम है या कोई भगवान का चमत्कार इसका पता आज तक कोई नहीं लगा पाया है। और भी बोहोत सारी बाते जानने के लिए इस पेज को फॉलो करे।


श्री रामेश्वरम मंदिर

श्री रामेश्वरम मंदिर भारत के टॉप मंदिरों में से एक है यह मंदिर भारत के तमिनाडू में रामनाथपुरम में स्थित है यह मंदिर शिव जी को समर्पित है यह मंदिर १२ ज्योतिर्लिंग में से ११ नंबर का ज्योतिर्लिंग है । यह मंदिर चार धामों में से ऐक माना जाता है। इस मंदिर को स्थानीय भाषा में रामनाथ स्वामी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर की विशेषता यह है की मान्यताओं के अनुसार, भगवान राम ने लंका विजय की कामना से लंका जाने से पहले भगवान शिव की पूजा करना चाहते थे. तब उन्होंने इस जगह पर महादेव के शिवलिंग की स्थापना कर इसकी पूजा अर्चना की थी. भगवान राम के नाम से ही इस जगह का नाम रामेश्वरम द्वीप और मंदिर का नाम रामेश्वरम पड़ा और जानकारी के लिए इस पेज को फॉलो करें ।


मां कामख्या देवी मंदिर

मां कामख्या देवी मंदिर भारत के टॉप मंदिरों में से है। कामख्या मंदिर भारत के ओडिशा के गुवाहाटी में कामख्या में यह मंदिर स्थित है। यह मंदिर शक्ति की देवी सती का मंदिर है। यह मंदिर एक पहाड़ी पर बना है भगवती कामाख्या का सिद्ध शक्तिपीठ सती के इक्यावन शक्तिपीठों में सर्वोच्च स्थान रखता है।यहाँ मान्यता है, कि जो भी बाहर से आये भक्तगण जीवन में तीन बार दर्शन कर लेते हैं उनके सांसारिक भव बंधन से मुक्ति मिल जाती है। और जानकारी के लिए इस पेज को फॉलो करें


यमनोत्री  मंदिर
यमनोत्री देवी मंदिर भारत के टॉप मंदिरों में से ऐक है। यह मंदिर भारत के उत्तराखंड के यह जिला उत्तरकाशी में गढ़वाल हिमालय में 3,293 मीटर (10,804 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है। उत्तराखंड के चार धाम तीर्थ यात्रा में यह चार स्थलों में से एक है। यमुनोत्री में मुख्य आकर्षण देवी यमुना के लिए समर्पित मंदिर और जानकीचट्टी (7 किमी दूर) में पवित्र तापीय झरना हैं। और जानकारी के लिए इस पेज को फॉलो करे।



श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग
श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग भारत के टॉप मंदिरों में से एक है। यह मंदिर भारत के मध्यप्रदेश के उज्जैन में स्थित उज्जयिनी के श्री महाकालेश्वर भारत में बारह प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों में से एक हैं। महाकाल में लिंगम (स्वयं से पैदा हुआ), स्वयं के भीतर से शक्ति (शक्ति) को प्राप्त करने के लिए माना जाता है, अन्य छवियों और लिंगों के खिलाफ, जो औपचारिक रूप से स्थापित हैं और मंत्र के साथ निवेश किए जाते हैं- शक्ति। महाकालेश्वर की मूर्ति दक्षिणमुखी होने के कारण दक्षिणामूर्ति मानी जाती है। यह एक अनूठी विशेषता है, जिसे तांत्रिक परंपरा द्वारा केवल 12 ज्योतिर्लिंगों में से महाकालेश्वर में पाया जाता है। महाकाल मंदिर के ऊपर गर्भगृह में ओंकारेश्वर शिव की मूर्ति प्रतिष्ठित है। गर्भगृह के पश्चिम, उत्तर और पूर्व में गणेश, पार्वती और कार्तिकेय के चित्र स्थापित हैं। दक्षिण में नंदी की प्रतिमा है। तीसरी मंजिल पर नागचंद्रेश्वर की मूर्ति केवल नागपंचमी के दिन दर्शन के लिए खुली होती है। महाशिवरात्रि के दिन, मंदिर के पास एक विशाल मेला लगता है, और रात में पूजा होती है।और जानकारी के लिए इस पेज को फॉलो करे।


श्री ओमकालेश्वर ज्योतिर्लिंग 
श्री ओमकालेश्वर ज्योतिर्लिंग भारत के टॉप मंदिरों में से एक है। यह मंदिर भारत के मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में स्तित है। जिस ओंकार शब्द का उच्चारण सर्वप्रथम सृष्टिकर्ता विधाता के मुख से हुआ, वेद का पाठ इसके उच्चारण किए बिना नहीं होता है। इस ओंकार का भौतिक विग्रह ओंकार क्षेत्र है। इसमें 68 तीर्थ हैं। यहाँ 33 कोटि देवता परिवार सहित निवास करते हैं तथा 2 ज्योतिस्वरूप लिंगों सहित 108 प्रभावशाली शिवलिंग हैं। मध्यप्रदेश में देश के प्रसिद्ध 12 ज्योतिर्लिंगों में से 2 ज्योतिर्लिंग विराजमान हैं। एक उज्जैन में महाकाल के रूप में और दूसरा ओंकारेश्वर में ओम्कारेश्वर- ममलेश्वर के रूप में विराजमान हैं। और जानकारी के लिए इस पेज को फॉलो करे।



श्री द्वारकाधीश मंदिर
श्री द्वारकाधीश मंदिर भारत के टॉप मंदिरों में से एक है। यह मंदिर भारत के गुजरात के सौराष्ट्र देवभूमि द्वारका ज़िले में स्थित है। यह एक प्राचीन नगर और नगरपालिका है। द्वारका गोमती नदी और अरब सागर के किनारे ओखामंडल प्रायद्वीप के पश्चिमी तट पर बसा हुआ है। यह हिन्दुओं के चारधाम में से एक है और सप्तपुरी (सबसे पवित्र प्राचीन नगर) में से भी एक है। यह श्रीकृष्ण के प्राचीन राज्य द्वारका का स्थल है और गुजरात की सर्वप्रथम राजधानी माना जाता है।और जानकारी के लिए इस पेज को फॉलो करे।


श्री केदारनाथ मंदिर
श्री केदारनाथ मंदिर भारत के टॉप मंदिरों में से एक है।
यह मंदिर भारत में उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में स्थित है। उत्तराखण्ड में हिमालय पर्वत की गोद में केदारनाथ मन्दिर बारह ज्योतिर्लिंग में सम्मिलित होने के साथ चार धाम[क] और पंच केदार में से भी एक है। यहाँ की प्रतिकूल जलवायु के कारण यह मन्दिर अप्रैल से नवंबर माह के मध्‍य ही दर्शन के लिए खुलता है। पत्‍थरों से बने कत्यूरी शैली से बने इस मन्दिर के बारे में कहा जाता है कि इसका निर्माण पाण्डवों के पौत्र महाराजा जन्मेजय ने कराया था। यहाँ स्थित स्वयम्भू शिवलिंग अति प्राचीन है। आदि शंकराचार्य ने इस मन्दिर का जीर्णोद्धार करवाया।और जानकारी के लिए इस पेज को फॉलो करे।


श्री बद्रीनाथ मंदिर
श्री बद्रीनाथ मंदिर भारत के टॉप मंदिरों में से एक है।
यह मंदिर भारत के उत्तराखंड में चमोली जनपद में अलकनन्दा नदी के तट पर स्थित है।यह हिंदू देवता विष्णु को समर्पित मंदिर है और यह स्थान इस धर्म में वर्णित सर्वाधिक पवित्र स्थानों, चार धामों, में से एक यह एक प्राचीन मंदिर है जिसका निर्माण ७वीं-९वीं सदी में होने के प्रमाण मिलते हैं। मन्दिर के नाम पर ही इसके इर्द-गिर्द बसे नगर को भी बद्रीनाथ ही कहा जाता है।और जानकारी के लिए इस पेज को फॉलो करे।