ज्योतिर्लिंगों को हिंदू धर्म में भगवान शिव को समर्पित सबसे पवित्र मंदिर माना जाता है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, पूरे भारत में बारह ज्योतिर्लिंग फैले हुए हैं। माना जाता है कि ये भगवान शिव के स्वयंभू रूप हैं, जहां वे प्रकाश के एक उग्र स्तंभ के रूप में प्रकट हुए थे।

यहाँ भारत में दस प्रमुख ज्योतिर्लिंगों की सूची दी गई है:

1. सोमनाथ ज्योतिर्लिंग: गुजरात में स्थित, यह बारह ज्योतिर्लिंगों में से पहला माना जाता है। सोमनाथ का मंदिर एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है।

2. मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग: आंध्र प्रदेश के श्रीशैलम में स्थित यह भगवान शिव को समर्पित सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है। मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग को दूसरा ज्योतिर्लिंग माना जाता है।
3. महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर मंदिर में भगवान शिव का ज्योतिर्लिंग है। यह भारत में सबसे सम्मानित और देखे जाने वाले तीर्थस्थलों में से एक है।
4. ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश के नर्मदा नदी में शिवपुरी नामक द्वीप पर स्थित ओंकारेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। मंदिर का अनूठा आकार ओम प्रतीक जैसा दिखता है।
5. केदारनाथ ज्योतिर्लिंग: उत्तराखंड के सुरम्य हिमालय पर्वतमाला में स्थित केदारनाथ भारत के सबसे पवित्र मंदिरों में से एक है। ऐसा माना जाता है कि यह वह स्थान है जहां भगवान शिव निवास करते हैं।
6. भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग: महाराष्ट्र में पुणे के पास स्थित, भीमाशंकर मंदिर सुंदर सह्याद्री पहाड़ियों के बीच स्थित है। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव ने राक्षस त्रिपुरासुर का वध करने के लिए भीम का रूप धारण किया था।
7. काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यह भारत के सबसे प्रतिष्ठित मंदिरों में से एक है और इसका अत्यधिक धार्मिक महत्व है।
8. त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग: महाराष्ट्र के नासिक के पास स्थित त्र्यंबकेश्वर मंदिर में ज्योतिर्लिंग है। इसे गोदावरी नदी का स्रोत माना जाता है और इसका बड़ा धार्मिक महत्व है।
9. वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग: झारखंड के देवघर में स्थित वैद्यनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव ने राक्षस राजा रावण का इलाज किया था।
10. नागेश्वर ज्योतिर्लिंग: गुजरात में द्वारका के पास स्थित नागेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव एक ज्योतिर्लिंग, या प्रकाश के एक उज्ज्वल स्तंभ के रूप में प्रकट हुए थे।
11.ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग: यह मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में नर्मदा नदी के बीच मन्धाता या शिवपुरी नामक द्वीप पर स्थित है। यह ओंकारेश्वर-ज्योतिर्लिंग दो स्वरूप में मौजूद है। एक को ममलेश्वर के नाम से और दूसरे को ओंकारेश्वर नाम से जाना जाता है। ममलेश्वर नर्मदा के दक्षिण तट पर ओंकारेश्वर से थोड़ी दूर स्थित है।
12.घृष्‍णेश्‍वर ज्योतिर्लिंग: महाराष्ट्र में औरंगाबाद के नजदीक दौलताबाद से 11 किलोमीटर दूर घृष्‍णेश्‍वर महादेव का मंदिर स्थित है। यह बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। कुछ लोग इसे घुश्मेश्वर के नाम से भी पुकारते हैं। बौद्ध भिक्षुओं द्वारा निर्मित एलोरा की प्रसिद्ध गुफाएँ इस मंदिर के समीप ही स्थित हैं। इस मंदिर का निर्माण देवी अहिल्याबाई होल्कर ने करवाया था। शहर से दूर स्थित यह मंदिर सादगी से परिपूर्ण है। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में यह अंतिम ज्योतिर्लिंग है। इसे घुश्मेश्वर, घुसृणेश्वर या घृष्णेश्वर भी कहा जाता है। यह महाराष्ट्र प्रदेश में दौलताबाद से बारह मीर दूर वेरुलगाँव के पास स्थित है।



ये भारत में भगवान शिव से जुड़े बारह ज्योतिर्लिंगों में से दस हैं। इनमें से प्रत्येक मंदिर का अत्यधिक महत्व है और भगवान शिव के भक्तों द्वारा इसे पवित्र माना जाता है।
                                               लि - ध्रुव  ठाकोर